Quotes

"जब तक लोग अपनी स्वतंत्रता का इस्तेमाल करने की जहमत नहीं उठाते तब तक तानाशाहों का राज चलता रहेगा, क्योंकि तानाशाह सक्रिय और जोशीले होते हैं, और वे नींद में डूबे हुए लोगो को जंजीरों में जकड़ने के लिए ईश्वर, धर्म या किसी भी दूसरी चीज़ का सहारा लेने में नहीं हिचकते."
-वोल्तेयर



जनता के प्रतिभासिक सुखों के रूप में धर्म के उन्मूलन का अर्थ है उसके वास्तविक सुख की मांग करना .

भ्रमों के परित्याग करने की मांग उन हालत का परित्याग करने की मांग करता है जिनके लिए भ्रम जरुरी बन गए है.

धार्मिक व्यथा एक साथ वास्तविक व्यथा की अभिव्यक्ति तथा वास्तविक व्यथा का प्रतिवाद दोनों ही है. धर्म उत्पीडित प्राणी की आह है, निर्दय संसार का मर्म है तथा साथ ही निरुत्साह परिस्थितियों का उत्साह भी है. यह जनता की अफीम है.
-"धर्म के बारे में " कार्ल मार्क्स और एंगेल्स



समाज में मुकाम हासिल करना और इसके कर्तव्यों को निभाना ?
दिखावा है ! अगर तुम धनी हो तो तुम्हे कोई मुकाम हासिल होता है या नहीं इससे क्या फर्क पड़ता है, क्योंकि तुम यह मुकाम सिर्फ इसलिए हासिल करते हो कि धनी बन सको? अपने कर्तव्यों का तुम्हे क्या सिला मिलता है? इर्ष्या, उलझने और प्रताड़ना . क्या आगे बदने का यह कोई तरीका है? लोगों को मस्का लगायो , खुदा कसम मस्का मारो , धनी लोगों को ध्यान से देखो उनकी सनक के मुताबिक चलो , उनके व्यसनों में मददगार बनो, उनके अन्यायों का समर्थन करो. यह है आगे बदने का राज़.

मैं अनगिनत भले लोगों को देखता हूँ जो सुखी नहीं है और अनगिनत सुखी लोगों को जो भले नहीं हैं.

लोग सदाचार कि प्रसंशा तो करते है लेकिन दरअसल वे उससे घ्रणा करते हैं और कन्नी काटते है. क्योंकि यह तुम्हे ठण्ड से मरने के लिए छोड़ देता है और इस दुनिया में जीने के लिए अपने पैर गरम रखने पड़ते है.

रामो का भतीजा
देनी दिदेरो (१७१३-१७८४)